स्वयं अब जागकर हमको

स्वयं अब जागकर हमको, जगाना देश है अपना| स्वयं अब जागकर हमको, जगाना देश है अपना| जगाना देश है अपना, जगाना देश है अपना || हमारे देश की मिट्टी, हमें प्राणों से प्यारी हैं,  यहीं के अन्न जल वायु, परं श्रद्धा हमारी है | स्वभाषा है हमें प्यारी, औ प्यारा...
Share:

Wikipedia

खोज नतीजे

Popular Posts

फ़ॉलोअर