भारती मां के उपासक मातृ मंदिर के पुजारी
भारती मां के उपासक मातृ मंदिर के पुजारी
कर रहे मां को समर्पित, संगठन की शक्ति सारी
राष्ट्र अपना घिर रहा है, संकटों के बादलों से,
युद्धरत आतंकवादी, देश के रक्षा बलों से,
संगठित सामर्थ्य बल से, चोट दे अरि को करारी।।
शील है संबल हमारा, इसलिए दुर्जेय है हम,
शौर्यमय गाथा हमारी, ज्ञान गीता श्रेष्ठ हैं हम,
प्राण की बाती जलाकर, आरती मां की उतारी।
भरत भू के पुत्र सारे, जाति बंधन मुक्त होकर,
जीत ले विश्वास सबका, स्नेहा श्रद्धा युक्त होकर,
बुद्ध नानक जैन वैदिक, हम सनातन धर्म धारी।।