मन मस्त फकीरी धारी है

मन मस्त फकीरी धारी है मन मस्त फकीरी धारी है अब एक ही धुन जय जय भारत जय जय भारत जय जय भारत ।।हम धन्य हैं इस जग जननी की, सेवा का अवसर है पाया,इसकी माटी वायु जल से, दुर्लभ जीवन है विकसाया,यह पुष्प इसी के चरणों में, मां प्राणों से भी प्यारी है ।।१।।सुंदर...
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निज गौरव को निज वैभव को

निज गौरव को निज वैभव कोनिज गौरव को निज वैभव को, क्यों हिन्दू बहादुर भूल गएउपदेश दिया जो गीता में,क्यूं सुनना सुनाना भूल गए ।।रावण ने सीता चुराई थी, हनुमान ने लंका जलाई थी ।अब लाखों सीते हरी गई, क्यों लंका जलाना भूल गए ।।१।।कान्हा ने रास रचाया था, दुष्टों...
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भारत माता तेरा आंचल

भारत माता तेरा आंचलभारत माता तेरा आंचल, हरा भरा धानी धानी ।मीठा-मीठा चमचम करता, तेरी नदियों का पानी।।हरी हो गई बंजर धरती नाचे चरणों में बिजलीसोना चांदी उगल रहा है तेरी नदियों का पानी।।१।।भारत माता तेरा आंचल ......तेरा मान बढ़ाने वाले, तेरे घर के हैं रखवाले ।तेरे ऊंचे ऊंचे पर्वत,...
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