प्रचलित प्रेरक कथन एवं सुविचार
स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है -:
"ज्ञान, भक्ति, योग और कर्म - यह चार मार्ग मुक्ति की ओर ले जाने वाले हैं। हर एक को उस मार्ग का अनुसरण करना चाहिए जिसके लिए वह योग्य है, लेकिन इस युग में 'कर्म योग' पर विशेष बल देना ही यथेष्ट है।"
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